अल्लामा इक़बाल फ़रमाते हैं कि तुन्दिये बाद ए मुख़ालिफ़ से न घबरा ऐ उक़ाब ये तो चलती हैं तुझे ऊंचा उड़ाने के लिये शब्दार्थ ,बादे मुख़ालिफ...
Saturday, May 28, 2011
Tuesday, May 24, 2011
पढ़ें नहीं केवल टिप्पणी करें
Tuesday, May 24, 2011
पढ़ें नहीं केवल टिप्पणी करें क्यूंकि जो भी प्यार से मिला हम उसी के हो लिए.
Sunday, May 22, 2011
ज्योतिष संबंधी सॉफ्टवेयर कितने भरोसे मंद
Sunday, May 22, 2011
शादी से पहले कुंडली मिलान करना , अपना भविष्य जान ने की उत्सुकता इंसानों मैं हमेशा से रही है. पहले इसके लिए ज्ञानी पंडितों से संपर्क किया जात...
Wednesday, May 18, 2011
क्या सच मैं एक नौजवान की नज़र मैं उसके अपने बेटे और बाप का दर्जा एक सामान हुआ करता है?
Wednesday, May 18, 2011
किसी नौजवान की ज़िंदगी से उनके बूढ़े बाप और औलाद का जुड़ा होना एक आम सी बात है.खून के रिश्ते से तो दोनों रिश्ते सामान अहमियत रखते हैं लेकिन क...
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