आज हमारे दोस्त शायर जावेद बदायुनी साहब का एक शेर देखा. उसमें कुछ ऐसा दिखा की दिल चाहा आप सब के साथ बाँट लिया जाए.
कुत्ते ही बता पायेंगे इंसान से न पूछो
पोशीदः किसी गोशेह में बम है के नहीं है
जावेद बदौनी
कुत्ते ही बता पायेंगे इंसान से न पूछो
पोशीदः किसी गोशेह में बम है के नहीं है
जावेद बदौनी
1 comments:
shi khaa jnaab insaan insaniyt ka dushmn he lekin kutte hen jo hi insan ki zindgi or tbaahi bchate hen . akhtar khan akela kota rajsthan
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