Home > Untagged पयाम ए अमन पयाम ए अमन सभी धर्म के लोगों को चाहिए कि एक दूसरे से मित्रता करें, क्योंकि मित्रता इस कारण नहीं होती है कि कोई हिन्दू है या मुस्लिम, बल्कि इसलिए होती है कि आत्मीयता के धागे मज़हब और उपासना पद्धति के दायरों से ऊपर उठे होते हैं. http://aqyouth.blogspot.com/2010/10/blog-post_24.html Tuesday, October 26, 2010
1 comments:
विचारणीय!!
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