Home > Untagged नयी आशा : मिल के रोशन करें नयी आशा : मिल के रोशन करें Take help from right person only. Saturday, July 10, 2010
1 comments:
साथी हाथ बढ़ाना .........
वाक़ई इसी की ज़रूरत है आज ,मेल्जोल ,सद्भावना ,प्यार ,सदाचार जैसे गुणों के चराग़ को जलाए रखना है हमें,
जब बात आश्ती की अम्न ओ अमां की आए
बस इक यक़ीन ले लो और इक यक़ीन दे दो
Post a Comment